चौटाला की जींद रैली : बादल , फारूक अब्दुला , केसी त्यागी , बीरेंद्र सिंह सहित जुटे कई दिग्गज नेता , थर्ड फ्रंट की उठी आवाज़
देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल की 108वीं जयंती के मौके पर इनेलो ने सम्मान दिवस समारोह आयोजित करके शक्ति प्रदर्शन किया। जींद की नई अनाज मंडी में इनेलो की यह सम्मान दिवस रैली हुई, जिसमें ओम प्रकाश चौटाला के साथ देश के 9 दिग्गज भाजपा विरोधी नेताओं ने मंच साझा किया। रैली का पंडाल 6 एकड़ में बनाया गया था, जिसमें 5 स्टेज लगी थीं। एक किसानों के लिए, एक खिलाड़ियों के लिए और बाकी 3 नेताओं के लिए। पंडाल में करीब सवा लाख लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी।
पंजाब के पूर्व सीएम प्रकाश सिंह बादल ने कहा कि देवीलाल में कुर्बानी का जज्बा बहुत था। जब भी देश को जरूरत पड़ी उन्होंने आगे आकर कुर्बानी दी। पहले देश की आजादी के लिए और फिर इमरजेंसी के दौरान संघर्ष किया। उनका एक ही उद्देश्य रहा कि देश के किसान और ग्रामीण तरक्की करें। बादल ने मंच पर विराजमान नेताओं से अपील की देश को आगे बढ़ाने के लिए रीजनल पार्टियों को इकट्ठा करें। उन्होंने चौटाला से अपील करता हूं कि देश के हर राज्य में जाएं और चौधरी देवीलाल की तरह तीसरा मोर्चा तैयार करें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह ने कहा, मैं जींद जिला का होने के नाते सभी महमानों व वरिष्ठ नेताओं का स्वागत करता हूं। जींद की धरती पर कार्यक्रम का आयोजन करने वालों का धन्यवाद करता हूं। उन्होंने कहा कि चौधरी छोटूराम ने किसानों की लड़ाई लड़ी और चौधरी देवीलाल ने उसे आगे बढ़ाया। संघर्ष की बात करते हैं, लेकिन ये एक दिन में पैदा नहीं होता, इसके लिए सदियां लग जाती हैं। चौधरी देवीलाल ने किया वो भारत के इतिहास में दर्ज है। इसलिए हमें उनसे प्रेरणा लेनी चाहए।
उन्होंने कहा हरियाणा में पुरानी सभ्यता को बनाकर रखा है, हमारे भाईचारे को जो खराब करना चाहते हैं उनका मुंह तोड़ जवाब देंगे। कार्यक्रम के संबंध में चौटाला ने पहली बार निमंत्रण दिया बोले- बीरेंद्र भाई जरूर आना। इन्हें लगा कि भाजपा का है पता नहीं आएगा भी। उन्होंने कहा कि 1977 में जब चौधरी देवीलाल ने कहा था कि बोल तुम्हें क्या चाहिए, तुझमें चौधरी छोटूराम का खून है। मैं कांग्रेस में था, मैंने कहा यदि बुलाएंगे तो जरूर आउंगा, नहीं बुलाएंगे तो नहीं आउंगा।
फारूक अब्दुल्ला ने भी उठाई किसानों की आवाज़
जम्मू कश्मीर के पूर्व CM फारूक अब्दुल्ला ने कहा, हम सब चाहते हैं कि भारत आगे बढ़े। मैं हरियाणा का सम्मान करता हूं। यहां के खिलाड़ियों को सलाम करता हूं जिन्होंने देश का सिर ऊंचा किया। उनकी माताओं को नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि देश में जब भी कोई तूफान आया तो चौधरी देवीलाल ने उसे खत्म करने का काम किया। यहीं से उन्होंने यात्रा शुरू की थी और आज भी देश मुश्किल में है। किसान किसी का हुकुम नहीं चाहता, किसी का हक नहीं चाहता, सिर्फ अपने खिलाफ बने कानूनों तो बदलने की लड़ाई लड़ रहा है।
केसी त्यागी बोले , नई दिशा की ज़रुरत
वहीं भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री बीरेंद्र सिंह भी दोपहर 2:46 बजे मंच पर पहुंचे। पूरे पंडाल ने खड़े होकर स्वागत किया। इनेलो नेता अभय चौटाला ने मंच से नीचे आकर बीरेंद्र सिंह का स्वागत किया। हलका अध्यक्ष ने बीरेंद्र सिंह को पहनाई हरी पगड़ी। वहीं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी. देवगोड़ा के पैर में चोट लगने के कारण कार्यक्रम में नहीं पहुंच पाए।जनता दल (यू) के महासचिव केसी त्यागी ने सबसे पहले रैली के आयोजकों को धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि अब से ठीक 35 साल पहले इसी शहर में देवीलाल के नतृत्व में रैली हुई थी। इसने मुल्क की राजनीति को नई दिशा दी थी। आज फिर वही समय है जब देश की राजनीति को बदलने का समय है।
अभय ने भी उठाई किसानों की आवाज़
रैली में अभय सिंह चौटाला ने कहा कि कैसे मौजूदा सरकार से छुटकारा मिले ये बताने के लिए आपके बीच में देश के अलग-अलग कोने से कई बड़े नेता पहुंचे है। देश के किसान अलग-अलग बॉर्डरों पर अपने घर-बार छोड़कर बैठ कृषि कानून को खत्म करवाने की लड़ाई लड़ रहे हैं। उन्होंने जनता से अपील की आप किसानों को दोनों हाथ खड़े कर ये जता दो जब तक तीनों काले कानून रद्द नहीं होंगे तब तक इनेलो कार्यकर्ता अपना काम छोड़ किसानों का सहयोग करते रहेंगे। इसके बाद जनता ने मिलकर कहा कि हम नए कृषि कानून बदलना चाहते हैं।