यूक्रेन के खारकिव में फंसे भारतीयों को शहर छोडने की चेतावनी , पैदल जा रहे हैं छात्र
नई दिल्ली , 2 मार्च ( धमीजा ) ; भारतीय एम्बेसी ने यूक्रेन के खार्किव में फंसे भारतीयों के लिए चेतावनी जारी की है। एम्बेसी ने कहा कि भारतीय तुरंत खार्किव को छोड़ दें। ये अलर्ट रूस से मिले इनपुट के बाद जारी किया गया है। भारतीय एम्बेसी ने कहा कि छात्र पैदल ही पास के शहरों पोसेचिन, बाबई और बेजुल्योदोव्का पहुंचें।
इस अलर्ट के बाद ही खार्किव में फंसे भारतीय छात्र पैदल ही दूसरे शहरों की ओर निकल पड़े हैं। खार्किव से पोसेचिन 11 किमी, बाबई 12 किमी और बेजुल्योदोव्का 16 किमी दूर है।
खार्किव रेलवे स्टेशन पर हजारों भारतीय फंसे हुए हैं, क्योंकि यहां से ट्रेनें नहीं चल रही हैं। भारतीय एम्बेसी की ओर से अलर्ट जारी होने के थोड़ी ही देर बाद वहां की सिटी काउंसिल पर मिसाइल अटैक भी हुआ है।
आज रात 200 भारतीयों को लेकर आएगा C-17 ग्लोबमास्टर
वायुसेना का C-17 ग्लोबमास्टर 200 भारतीयों को लेकर आज रात 11 बजे रोमानिया से लौटेगा। पोलैंड और हंगरी से दो विमान गुरुवार तड़के लौटेंगे। 10 फ्लाइट्स से 2305 भारतीयों को एयरलिफ्ट किया गया है। वहीं, हंगरी के बुडापेस्ट से भारतीय छात्रों को लेकर स्पाइसजेट की फ्लाइट आज शाम 6.30 बजे दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पहुंचेगी। इंडियन एयरफोर्स का कहना है कि भारतीयों को निकालने के लिए प्रतिदिन 4 विमान उड़ाए जाने की तैयारी है।
एअर इंडिया की 9 उड़ानें आ चुकी हैं अब तक
बुधवार को दसवां विमान भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंचा। इसके पहले 9वीं उड़ान में रात 1.30 बजे 218 भारतीय दिल्ली पहुंचे थे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दिल्ली एयरपोर्ट पर छात्रों का स्वागत किया। ऑपरेशन गंगा के तहत अब तक 10 फ्लाइट्स से कुल 2,305 भारतीयों को देश वापस लाया जा चुका है। आज कुल 7 फ्लाइट्स यूक्रेन के आसपास के देशों से भारतीयों को लेकर स्वदेश पहुंचेंगीं।