105 वर्षीय हरियाणवी उड़नपरी दादी ने रेस में बनाया नया रिकॉर्ड , रोज़ाना दौड़ती हैं 5 -6 किलोमीटर और जानिये उनकी खुराक
फरीदाबाद , 21 जून ( धमीजा ) : हरियाणा के चरखी दादरी के गांव कादमा की राम बाई ने 105 साल की उम्र में दौड़ का नया रिकॉर्ड बना दिया है। बेंगलुरु में बीते हफ्ते राष्ट्रीय ओपन मास्टर्स एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित) चैम्पियनशिप में वो इस उम्र में भी इतनी तेज दौड़ीं कि 100 मीटर की रेस 45.40 सेकंड में पूरी कर ली। उनसे पहले यह रिकॉर्ड मान कौर के नाम था, जिन्होंने 74 सेकंड में रेस पूरी की थी।
परदादी की जीत से गांव कादमा में खुशी का माहौल है। परिवार में इस उम्र में खेलने वाली राम बाई ही इकलौती नहीं है, बल्कि परिवार के अन्य सदस्य भी गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। इससे पहले राम बाई एक ही प्रतियोगिता में 100, 200 मीटर दौड़, रिले दौड़, लंबी कूद में 4 गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास बना चुकी हैं।
105 वर्षीय उड़नपरी दादी ने दर्ज़ किया नया रिकॉर्ड
महेंद्रगढ़ की सीमा पर स्थित चरखी दादरी जिले का अंतिम गांव कादमा अपनी झोली में राष्ट्रीय स्तर की खेल प्रतियोगिताओं में कई गोल्ड मेडल समेटे हुए हैं। अब यहां की राम बाई ने 105 साल की उम्र में दौड़ में नया रिकॉर्ड बनाकर प्रदेश के साथ गांव का नाम भी रोशन किया है। इससे पहले नवंबर, 2021 में हुई प्रतियोगिता में उसने 4 गोल्ड मेडल जीते थे। राम बाई गांव की सबसे बुजुर्ग महिला हैं और सब उनको उड़नपरी पड़दादी (परदादी) कह कर बुलाते हैं।
राम बाई गांव में आमतौर पर खेतों में और घर में भी काम करते दिखाई देती हैं। वो पूरी तरह से सेहतमंद हैं और इस उम्र में भी हर रोज 5 से 6 किलोमीटर दौड़ती हैं।
राम बाई ने इससे पहले गुजरात के वडोदरा में भी एक प्रतियोगिता में भाग लिया, लेकिन वहां 85 की उम्र से ऊपर का कोई रेसर उसके साथ दौड़ लगाने नहीं पहुंचा। फिर भी वह मैदान में दौड़ी और गोल्ड मेडल लेकर लौटी।