खनन माफियाओं द्वारा डीएसपी की कुचल कर हत्या , सीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश , परिवार को एक करोड़ और एक नौकरी की घोषणा
फरीदाबाद , 19 जुलाई ( धमीजा ) : हरियाणा के नूंह जिले में मंगलवार को खनन माफियाओं ने डीएसपी पर डंपर चढ़ा उसकी । DSP सुरेंद्र सिंह यहां छापा मारने आए थे। हालांकि, उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना के करीब 4 घंटे बाद पुलिस ने आरोपियों की तलाश में आसपास के कई गांवों को घेर लिया।
खबर है कि इसके बाद तावड़ू इलाके के पंचगांव में पुलिस ने एनकाउंटर किया, जिसमें डंपर के क्लीनर इकरार के पैर में गोली लगी है। इकरार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। डंपर के ड्राइवर को भी पुलिस ने घेर लिया है। हालांकि अभी इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। दोनों ही पंचगांव के रहने वाले हैं।
खनन माफियाओं ने ऐसे कुचला डीएसपी को
तावड़ू पुलिस ने पंचगांव की पहाड़ी में बड़े स्तर पर अवैध खनन की सूचना मिली थी। DSP सुरेंद्र सिंह पुलिस टीम के साथ पहाड़ी पर रेड मारने पहुंचे थे। पहाड़ी पर उन्हें पत्थर ले जाते वाहन मिले, जिसे उन्होंने रोकना शुरू कर दिया। इसी बीच माफियाओं ने DSP पर पत्थरों से भरा डंपर चढ़ा उसकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि वह खनन माफियाओं द्वारा अवैध खनन की रेड करने गए थे। घटना के समय डीएसपी सुरेंद्र सिंह अपनी सरकारी गाड़ी के पास खड़े थे। डंपर की टक्कर से वह नीचे गिर गए और डंपर उनको रौंदता हुआ ऊपर से निकल गया। सुरेंद्र सिंह ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। घटना की जानकारी के बाद बड़ी संख्या में अफसर और पुलिस टीम मौके पर पहुंची और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया।
CM ने दिए सख्त कार्रवाई के आदेश , परिवार को एक करोड़ और सरकारी नौकरी की घोषणा
मंगलवार दोपहर सवा 12 बजे हुई इस वारदात के बाद पूरे क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया, पूरा इलाका पुलिस छावनी में तब्दील हो गया । इस बीच सीएम मनोहर लाल न डीजीपी और नूंह के एसपी से घटना की जानकारी ली। साथ ही दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। खट्टर ने सुरेंद्र सिंह के परिवार को 1 करोड़ रुपए की सहायता राशि और एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी भी देने की घोषणा की है।
31 अक्टूबर को होनी थी सुरेंद्र सिंह की रिटायरमेंट
डीएसपी सुरेंद्र सिंह हिसार जिले के आदमपुर क्षेत्र के गांव सारंगपुर के रहने वाले थे। वे 12 अप्रैल 1994 को हरियाणा पुलिस में एएसआई के पद पर भर्ती हुए थे। पुलिस से अब 31 अक्टूबर को उनकी सेवानिवृत्ति होनी थी। बताया गया है कि अवैध खनन रोकने गए डीएसपी सुरेंद्र सिंह ने अपनी गाड़ी अड़ा कर वहां से गुजर रहे डंपर को रोका था। इसके बाद गाड़ी से नीचे उतरे तो डंपर ने उनको कुचल दिया।
अरावली पहाड़ियों में माफियाओं द्वारा जारी है अवैध खनन
तावड़ू क्षेत्र में अरावली की पहाड़ियों पर बड़े स्तर पर अवैध खनन किया जा रहा था। प्रशासन ने इस पर रोक लगाने के लिए 3 जून को ही उपमंडल स्तर पर एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन किया था। इसमें कई विभागों के अधिकारी शामिल थे। डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई को भी कमान दी गई थी।
एसडीएम तावडू सुरेंद्र पाल के अनुसार टास्क फोर्स गठित कर अरावली के प्रतिबंधित क्षेत्र में अवैध खनन पर लगाम लगाने की कार्रवाई प्रशासन कर रहा था। टास्क फोर्स को सप्ताह में दो बार अरावली क्षेत्र के लगते गांवों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेना था। डीएसपी मंगलवार को अवैध खनन की सूचना पर यहां पहुंचे तो उनकी हत्या कर दी गई।
गृहमंत्री भी हुए सख्त – माफिया को छोड़ेंगे नहीं
नूंह में डीएसपी सुरेंद्र सिंह हत्या के मामले में गृहमंत्री अनिल विज ने कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि मैंने सख्त कार्रवाई के आदेश दिए हैं। जितनी फोर्स लगानी पड़े, लगाएंगे पर खनन माफियाओं को बख्शेंगे नहीं। खनन मंत्री मूलचंद शर्मा ने कहा कि इलाके में अवैध खनन चल रहा था। आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।