Friday, April 26, 2024
Latest:
BusinesscrimeEntertainmentHaryanaLatestNationalNCRTOP STORIES

हिसार रेंज के आईजी और हिसार , सिरसा व जींद के एसपी से लोग मांग रहे है काम धंधे के लिए लोन , पुलिस अफसर परेशान

Spread the love

फरीदाबाद , 13 अगस्त ( धमीजा ) : हरियाणा में हिसार रेंज के आईजी और 3 जिलों के एसपी शनिवार सुबह से अजीबोगरीब स्थिति का सामना कर रहे हैं। चारों पुलिस अफसरों के सरकारी मोबाइल नंबरों पर हरियाणा और दूसरे राज्यों के लोग लोन के लिए कॉल कर रहे हैं। कोई इनसे 15 लाख तो कोई 25 हजार रुपए का लोन मांग रहा है। तीनों जिलों के एसपी और उनका स्टाफ कॉल करने वालों को समझा-समझाकर थक गए हैं कि ये नंबर लोन देने वाली किसी कंपनी का नहीं, बल्कि पुलिस अफसरों के हैं।

इन अधिकारियों की इस हालत की वजह है एक नेशनल न्यूजपेपर में छपा एक प्राइवेट लोन देने वाली कंपनी का विज्ञापन। लोन लेने के इच्छुक लोगों को संपर्क करने के लिए इस विज्ञापन में ही हिसार रेंज के आईजी और सिरसा, हिसार व जींद जिले के एसपी का नंबर छापा गया है। पुलिस अब पूरे प्रकरण की जांच की बात कह रही है।

15 अगस्त की तैयारी में लगे अफसर सकते में 

15 अगस्त की वजह से पुलिस महकमे के तमाम अधिकारी जरूरी सिक्योरिटी इंतजाम के साथ-साथ दूसरी ड्यूटियां लगाने में जुटे हैं। अलग-अलग जिलों के एसपी स्वतंत्रता दिवस की फाइनल रिहर्सल की तैयारियों में लगे हैं। मगर शनिवार सुबह से हिसार के आईजी राकेश आर्य और सिरसा, हिसार व जींद के एसपी के पास अचानक आनी शुरू हुई कॉल्स ने उनको सकते में ला दिया।

इन चारों अफसरों के सरकारी मोबाइल नंबरों पर हरियाणा और दूसरे राज्यों से लोग कॉल करके लोन के बारे में पूछताछ कर रहे हैं। शुरू में तो अधिकारियों ने इसे किसी की शरारत समझी मगर जब एकाएक कॉल्स की संख्या बढ़ी तो वे परेशान हो गए।

सिरसा के एसपी से मछली पालन के लिए लोन की मांग

सिरसा के एसपी अर्पित जैन ने बताया कि शनिवार सुबह से उनके पास 25 कॉल आ चुकी हैं। कॉल करने वाले लोन की जानकारी मांग रहे हैं। सुबह सबसे पहले एक शख्स ने जब फोन कर उनसे मछली पालन की खातिर लोन लेने के बारे में इंक्वायरी की तो वह हैरान रह गए। उन्होंने इसे गंभीरता से न लेते हुए मजाक में कॉल करने वाले से कहा कि भाई, जीव हत्या करना पाप है। इसके बाद जब उन्होंने कहा कि यह सिरसा SP का नंबर है तो कॉलर ने फोन काट दिया।

इसके बाद एक अन्य व्यक्ति ने फोन कर उनसे मछली पालने का प्रोजेक्ट शुरू करने की बात कहते हुए 15 लाख रुपए का लोन मांगा। अर्पित जैन के अनुसार, उन्होंने कॉलर को प्यार से समझाया कि भाई वह तो 1500 रुपए का ही लोन दे पाएंगे। जब उन्होंने खुद को सिरसा का एसपी बताया तो कॉलर ने फोन काट दिया।

आईजी और 2 अन्य पुलिस कप्तान भी लोन मांगने वालों से परेशान 

यह समस्या अकेले सिरसा के एसपी की नहीं है। जींद और हिसार के एसपी के साथ-साथ हिसार रेंज के आईजी का स्टाफ भी इसी तरह की कॉल्स से परेशान है। इन तीनों अधिकारियों के सरकारी मोबाइल नंबरों पर लोन के लिए अलग-अलग लोगों के सुबह से फोन आ रहे हैं। सिरसा के एसपी अर्पित जैन ने कहा कि इस बात की जांच कराई जाएगी कि उनके सरकारी मोबाइल नंबर विज्ञापन में कैसे प्रकाशित हुए?

हिसार के एसपी लोकेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें भी शनिवार सुबह से लोन इंक्वायरी के कॉल आ रहे हैं। वह लोगों को बार- बार समझा रहे हैं। पुलिस ने अखबार को नोटिस जारी किया है।

 फाइनेंस कंपनी के विज्ञापन में छपे इन पुलिस अफसरों के नंबर 

दरअसल सत्यम फाइनेंस नामक कंपनी का एक विज्ञापन शनिवार को एक नेशनल न्यूजपेपर में प्रकाशित हुआ। इस विज्ञापन में लोन संबंधी इंक्वायरी के लिए जो मोबाइल नंबर दिए गए हैं, वह हिसार रेंज के आईजी और जींद, सिरसा व हिसार एसपी के सरकारी मोबाइल नंबर हैं।

कंपनी ने अपने इस विज्ञापन में गरीब योजना के अंतर्गत मार्कशीट लोन, संपत्ति लोन, व्यवसाय लोन, मछली पालन लोन और भूमि पर लोन का ऑफर किया है। विज्ञापन में लिखा है, ‘लोन लें, कम किश्तों में, कम ब्याज में।’ इसके बाद पुलिस अफसरों के मोबाइल नंबर लिखे हैं।

अब पुलिस जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि विज्ञापन में पुलिस अफसरों के नंबर कैसे छप गए? यह किसी की शरारत है या फिर कोई मिस्टेक।