कांग्रेस के पुरोधा स्व. बी.आर.ओझा की पुण्यतिथि पर विभिन्न राजनैतिक दलों, उद्योगपतियों व सामाजिक संगठनों ने दी श्रद्धांजलि
फरीदाबाद ,11 नवंबर ( धमीजा ) : 44 साल तक जिला कांग्रेस अध्यक्ष के पद को सुशोभित करने वाले मरहूम बीआर ओझा की तीसरी पुण्य तिथि पर शहर के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की तथा उनके द्वारा किये सामजिक -धार्मिक कार्यों को याद किया। गांव अनखीर स्थित वैष्णो देवी मंदिर में आयोजित उनकी पुण्य तिथि पर विभिन्न राजनैतिक दलों, उद्योगपतियों, शिक्षाविद, सामाजिक संगठनों व पत्रकार जगत से जुड़े प्रतिनिधियों ने उन्हें पुष्प अर्पित कर भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर श्री ओझा जी की धर्मपत्नी श्रीमती संतोष ओझा व उनके पुत्र राजन ओझा, सुनीता ओझा व प्रणव ओझा सहित बलदेव राज ओझा फाउण्डेशन के पदाधिकारियों एवं पं. बी.पी. बृजवासी ने हवन-यज्ञ कर भण्डारे आयोजन किया।
दिवंंगत श्री ओझा को श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद एनआईटी क्षेत्र के कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने कहा कि आदरणीय बाबू जी ओझा जी ने फरीदाबाद ही नहीं पूरे हरियाणा में राजनीति से ऊपर उठकर हमेशा समाज के भाईचारे को प्राथमिकता दी । हर व्यक्ति, हर कार्यकर्ता, हर धर्म व सर्व समाज को सम्मान दिया। आज इसलिए ही श्री ओझा जी को याद किया जा रहा है। प्रदेश व जिले में जब-जब कांग्रेस की चर्चा होगी स्व. बीआर ओझा जी का नाम अवश्य लिया जाएगा।
वरिष्ठ अधिवक्ता एवं पंजाबी ब्राह्मण सभा के अध्यक्ष अश्वनी त्रिखा ने भी अपनी श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि श्री ओझा जी ने दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य किया। वह कांग्रेसी ही नहीं बल्कि सभी राजनैतिक पार्टी से जुड़े लोगों का सम्मान करते थे तथा फरीदाबाद के विकास में उनका अहम योगदान रहा था।
आम आदमी पार्टी के जिलाध्यक्ष धर्मबीर भड़ाना ने कहा कि श्री ओझाजी की राजनैतिक सूझ-बूझ के कारण सभी दल कायल रहते थे और वह राजनीति से ऊपर उठाकर अन्य दलों के लोगों की भी समस्याओं का निवारण करते थे। उनके बताए हुए रास्ते पर चलना ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता पं. योगेश गौड़ ने कहा कि श्री ओझा सही मायने में कांग्रेस पार्टी के स्तम्ब थे। इसलिए फरीदाबाद के कांग्रेस जन श्री ओझा को कांग्रेस का भीष्म पितामह मानते थे।
अखिल भारतीय ब्राह्मण सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेन्द्र शर्मा बबली ने कहा कि श्री ओझा जी ने अपनी युवा अवस्था से अंतिम सांस तक केवल कांग्रेस पार्टी की सेवा की और उन्होंने हमेशा ही हर धर्म समाज को एक माला में पिरोये रखने का जीवन पर्यंत प्रयास किया। श्री ओझा धर्मिक व् सामजिक प्रवृति के इंसान थे। यह माता वैष्णो देवी मंदिर भी वर्ष 1991 में उनके द्वारा निर्मित किया गया था।
इस मौके पर उनके पुत्र एवं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता राजन ओझा ने कहा कि स्व. ओझा जी की याद में श्री बीआर ओझा फाउण्डेशन का गठन किया गया है। इस फाउण्डेशन द्वारा गरीब, असहाय व बेसहारा बच्चों की निशुल्क शिक्षा उपलब्ध करवाने के अलावा जरूरतमंदों को आवश्यक सामग्री उपलब्ध करवाई जाती है।
इस अवसर पर प्रगतिशील किसान मंच के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता सतबीर डागर, प्रदेश कांग्रेस सचिव सुमित गौड़, शिक्षाविद् आनन्द मेहता, सतीश आहूजा, नीरज गुप्ता, कर्नल महेन्द्र बीसला, कविन्द्र चौधरी, निर्वतमान पार्षद मनोज नासवा, विकास भारद्वाज, कु.दलपत सिंह एडवोकेट, सुशील वर्मा , जुगल किशोर ढींगरा , अनीषपाल, राजेश आर्य, संजय सोलंकी, अशोक रावल, प्रदीप सेठी, हरजीत सिंह सेवक, एसके गुप्ता, गुलशन कुमार, राम मेहर, ओ पी गौड़ एडवोकेट, हरीश ऋषि, एस.एस.भड़ाना सहित सैकड़ो लोग उपस्थित थे।