भाजपा -जजपा गठबंधन को लेकर दिग्विजय चौटाला भड़के सांसद बृजेन्द्र एवं बीरेंद्र सिंह पर , निजी स्वार्थ की राजनीति का लगाया आरोप

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फरीदाबाद , 29 मार्च ( धमीजा ) : हरियाणा के हिसार में इनसो कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेने पहुंचे जजपा के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला से हिसार से BJP सांसद पर कटाक्ष किया। जाट धर्मशाला में कार्यक्रम के दौरान दिग्विजय ने कहा कि यहां पर बहुत सारे स्टूडेंट्स बैठे हैं, इनमें से आधे बच्चों को पता नहीं होगा कि बृजेंद्र सिंह कौन है। 90 प्रतिशत से पूछ लो कि सांसद कौन है, मैं लिखकर दे सकता हूं कि नहीं पता होगा।

जब दुष्यंत सांसद होते थे, तब हिसार वालों का डंका बजा करता था। लोकसभा में जब वे बोलते थे तमिलनाडु वाले भी देखा करते थे कि लड़का काम की बात कर रहा है। परंतु हिसार के सांसद बृजेंद्र कभी नजर नहीं आया। बृजेंद्र सिंह को गठबंधन की मर्यादा निभानी चाहिए, नहीं तो जैसे को तैसा जवाब मिलेगा।

दुष्यंत के पास बहुमत होता तो युवाओं को मिलता आरक्षण
दिग्विजय ने कहा कि हरियाणा के युवाओं के लिए 75 प्रतिशत आरक्षण की बात कही थी, अगर दुष्यंत के पास 45 सीट होती तो क्या वादा पूरा नहीं होता। दुष्यंत ने अपना 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। इन लोगों को डर है कि यदि दुष्यंत आगे बढ़ गया तो तुम्हारी दुकान बंद हो जाएगी। इसलिए बृजेंद्र सिंह जैसे लोग बयान देते हैं।

दिग्विजय ने सांसद दीपेंद्र हुड्‌डा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि प्रदेश में दस साल कांग्रेस की सरकार रही। हिसार की सीमा मुढाल तक है। परंतु मुढाल गांव के आगे कभी विकास नहीं करवाया। दिग्विजय ने कहा कि हम छात्र संवाद इसलिए कर रहे हैं , ताकि सरकार अपने वायदे को भूल न जाए।

चौ बीरेंद्र और उनका परिवार नहीं कर सकता चौटाला का मुकाबला 

दिग्विजय सिंह चौटाला ने भाजपा नेता चौधरी बीरेंद्र सिंह के एक बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि चुनाव राजनीतिक अखाड़ा होता है और उन्हें बयानबाजी के बजाय चुनाव में दो-दो हाथ करके देख लेना चाहिए ताकि किसी प्रकार का कोई संकोच न रहे।

दिग्विजय ने कहा कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला जननायक चौधरी देवीलाल के अक्स हैं और आज बीरेंद्र सिंह चौ. देवीलाल के अक्स से पूर्णत: हार चुके है। उन्होंने कहा कि बीरेंद्र सिंह और उनका परिवार न ही चुनाव में और न ही जनहित के कार्यों में दुष्यंत चौटाला का मुकाबला कर सकते।

गठबंधन को लेकर बीरेंद्र साध रहे निजी स्वार्थ 

दिग्विजय चौटाला ने आगे कहा कि इतने वरिष्ठ नेता होने के बावजूद वे इतनी कमजोर बात करके ये दर्शा रहे है कि दुष्यंत चौटाला जैसे नौजवान के सामने वे हताश हैं, निराश हैं, मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत चौटाला के सामने बीरेंद्र सिंह कॉम्पिटेटिव तौर पर मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं, इसलिए अपनी पार्टी की लीडरशिप को सलाह दे रहे है। दिग्विजय चौटाला ने कहा कि गठबंधन को लेकर बीरेंद्र व उनके परिवार के बयानों से जाहिर होता है कि उनके लिए पार्टी से ऊपर उनका निजी राजनीतिक स्वार्थ है।

हिसार के सांसद बृजेंद्र सिंह जजपा से अलग होकर भाजपा को अगला लोकसभा चुनाव अकेले लड़ने की सलाह दे चुके हैं। वहीं बृजेंद्र सिंह की माता व पूर्व विधायक प्रेमलता ने भी पिछले दिनों हिसार में मीडिया से बातचीत करते हुए दुष्यंत पर टिप्पणी करते हुए कहा कि उसने 4 साल में कोई विकास नहीं करवाया। बल्कि उसके समय में चल रहे काम भी बंद कर दिए।

चुनाव में प्रेमलता और दुष्यंत में होती रही है हार-जीत 
दुष्यंत चौटाला साल 2014 में हिसार से इनेलो से सांसद बने थे। इसके बाद 2019 में वे जजपा की टिकट पर चुनाव हार गए। भाजपा सांसद बृजेंद्र सिंह ने उन्हें हराया। जबकि विधानसभा चुनाव 2014 में दुष्यंत चौटाला को उचाना से प्रेमलता ने हराया था। परंतु 2019 विधानसभा चुनाव में प्रेमलता को दुष्यंत चौटाला ने हराया।