टीकरी बॉर्डर पर ठंड में बीमार पड़ रहे किसान, आंदोलन से हटने को तैयार नहीं : तीन की जा चुकी जान
दिल्ली , 6 दिसंबर । पंजाब और हरियाणा के हजारों किसान महीनों का राशन लेकर दिल्ली की दहलीज पर डटे हैं। हक की मांग के लिए हौसले भले ही कमजोर नहीं पड़ रहे, लेकिन हकीकत यह भी है कि किसान मोर्चा अब बीमारी का मोर्चा बन चुका है। टीकरी बॉर्डर पर पिछले कुछ दिनों में मारे जा चुके चार लोगों में से तीन की मौत बीमार होने की वजह से हुई, वहीं की रोज औसतन 1 हजार आंदोलनकारी हेल्थ कैंपों में पहुंच रहे हैं। हेल्थ कैंप पहुंचे रहे 20 फीसदी को गैस की दिक्कत है, 30 फीसदी को हाथ-पैरों में चोट लगी है। 20 फीसदी का गला खराब है तो बाकी 30 फीसदी को बुखार, पेट दर्द, सीने में जलन व अन्य समस्याएं हैं। वैसे तो इसके पीछे कई वजहें हैं, पर अगर प्रमुख वजह की बात करें तो स्वास्थ्य विशेषज्ञ इसे खराब पानी का असर बता रहे हैं।
मृतक किसानों की जानकारी
बता दें कि बीती 28 नवंबर को बरनाला के धनौला गांव के 65 साल के जनकराज किसानों के खराब हुए ट्रैक्टर ठीक करने के लिए बहादुरगढ़ आए थे। वह सेक्टर-9 बाईपास मोड़ के पास रात को कार में सो रहे थे कि करीब डेढ़ बजे तेज धमाके के साथ उसमें आग लग गई। जब तक उन्हें बाहर निकाला गया, उनकी मौत हो चुकी थी।
इसके 24 घंटे के भीतर लुधियाना का भगवानपुरा के रहने वाले 50 साल के गज्जन सिंह भी बाईपास पर नए बस स्टैंड के पास गिर गए। आसपास मौजूद किसानों ने उन्हें संभाला और अचेत अवस्था में शहर के जीवन ज्योति अस्पताल में लेकर गए। अस्पताल में डॉक्टर्स ने किसान गज्जन सिंह को मृत घोषित कर दिया। डॉक्टर्स और पुलिस के मुताबिक मौत हार्ट अटैक से हुई बताई जा रही है, लेकिन परिचितों का कहना है कि वह इससे 3 दिन पहले जुलाना में हुई पानी की बौछार में भीगने के बाद से बीमार थे। यही मौत की वजह बना। बीमारी की वजह से हुई यह पहली मौत थी, वहीं अब तक दो और लोगों की जान बीमार होने के बाद रोहतक पीजीआई में उपचार के दौरान हो चुकी है।
बताया जाता है कि गुरुवार को बठिंडा के तलवंडी निवासी लखबीर सिंह (55) को छाती में दर्द, उल्टी, बीपी और सांस लेने में दिक्कत होने के कारण भर्ती कराया गया, जिसे डॉक्टर ने रोहतक पीजीआई रेफर कर दिया। उनकी मौत हो गई। इसी तरह से एक और किसान की जान चली गई।
जानें बीमार किसानो की जानकारी
बीमारों में शुक्रवार से अब तक 4 अन्य किसानों को अस्पताल पहुंचाया जा चुका है। इनमें संगरूर निवासी मक्खन सिंह को पेशाब आने में दिक्कत हो रही थी। मघ्घर सिंह को सिविल अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जबकि गुरबचन सिंह, हीरा सिंह और एक अन्य को रोहतक पीजीआई रेफर किया गया। शनिवार रात को हिसार के 40 वर्षीय दिनेश की हालत बिगड़ गई।