फरीदाबाद : आज कई नेता भूपेंद्र हुड्डा के मंच पर होंगे शामिल, अदलखा व विजय प्रताप तथा विपुल व लखन के बीच कड़ी टक्कर
फरीदाबाद, 23 सितंबर ( धमीजा ) : कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुडा के आगमन से पूर्व फरीदाबाद के चुनावी दंगल में सरगर्मियां बढ़ गई हैं । फरीदाबाद एवं बड़खल विधानसभा क्षेत्रों में हुडा के आगमन से पूर्व कांग्रेस प्रत्याशी कई बड़े चेहरों को कांग्रेस में शामिल करवाने की जुगत में हैं। वहीं भाजपा उम्मीदवार कह रहे हैं कांग्रेस में वही जा रहे हैं, जिन्होंने भाजपा का इस्तेमाल किया और लोग भी जान चुके हैं कि ऐसे लोग किसी के सगे नहीं। कुछ समय बाद यही लोग कांग्रेस को कोसते नज़र आएंगे।
फरीदाबाद से कांग्रेस उम्मीदवार लखन सिंगला शहर के पंजाबी समुदाय के लोगों को एकत्रित कर हुडा का स्वागत करवा रहे हैं। इस कार्यक्रम में पंजाबी समुदाय के कुछ लोगों को कांग्रेस में शामिल करवाने की योजना है। यहां से लखन सिंगला का सीधा मुकाबला भाजपा उम्मीदवार पूर्व मंत्री विपुल गोयल से है। श्री गोयल भारी भरकम उम्मीदवार हैं। जिस दिन भाजपा ने उनके नाम की घोषणा की थी उसी दिन विपुल गोयल का माहौल बन गया था। उधर लखन सिंगला जानते हैं कि यदि इस बार वह चुनाव हारे तो कांग्रेस में उन्हें फिर टिकट नहीं मिलेगी और उनका चैप्टर खत्म हो जाएगा, चूंकि इससे पहले वह दो बार विधानसभा चुनाव हार चुके हैं। एक बार फरीदाबाद विधानसभा से और एक बार बल्लभगढ़ से वह कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं और दोनों पर पराजित हुए। लेकिन हुडा की नजदीकियों की वजह से भूपेंद्र हुडा ने इस बार भी उनपर मेहरबानी कर मौका दिया है।
वहीं बड़खल विधानसभा से भाजपा ने पूर्व डिप्टी मेयर एवं हरियाणा फार्मेसी काउंसिल के चेयरमैन धनेश अदलखा को मैदान में उतारा है। शुरू में उनका चुनाव काफी ढीला चल रहा था, लोग उन्हें बाहरी उम्मीदवार कह रहे थे। लेकिन स्थानीय सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने उनकी चुनावी कमान संभाल चुनाव खड़ा कर दिया है और माहौल बना दिया है। हालांकि यहां पंजाबी समुदाय बंटा हुआ नज़र आ रहा है। भाजपा से टिकट के दावेदार श्याम सुंदर कपूर टिकट ना मिलने के कारण पार्टी से खफा हैं । वह आज कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। उनके अलावा कुछ और लोग भी हुडा के मंच पर कांग्रेस में शामिल होने जा रहे हैं। लेकिन भाजपा उम्मीदवार अदलखा के समर्थकों का कहना है कि कुछ लोग पार्टी अदल बदल करते हैं, ये हर चुनाव में होता है, इससे चुनाव में कोई फर्क नहीं पड़ता। उनका कहना है कि श्री गुर्जर अपने समुदाय के गावों में उनके पक्ष में वोट मांग समर्थन जुटा रहे हैं तो एनआईटी में उन्हें भारी समर्थन मिल रहा है। एनआईटी में ज्यादातर पाकिस्तान से आए विस्थापित परिवार रहते हैं ,जिन्होंने मेहनत कर इस शहर को बसाया। भाजपा उम्मीदवार अदलखा का कहना है इन लोगों का एकतरफा समर्थन उन्हें मिल रहा है। उनके सामने पूर्व मंत्री महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र विजय प्रताप कांग्रेस के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ रहे हैं। इन दोनों के बीच कड़ा मुकाबला नज़र आ रहा है।