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हंगामेदार रहा बजट सत्र के दूसरे चरण का पहला दिन , मंत्री संदीप पर आरोप लगाने वाली महिला कोच पहुंची विधानसभा

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चंडीगढ़ , 17 मार्च ( धमीजा ) : हरियाणा के बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन सदन में कई मुद्दों को लेकर विपक्ष हमलावर दिखा। सदन में सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों में घिरे संदीप सिंह के पहुंचने, कोरोना काल के दौरान हुए शराब घोटाले की रिपोर्ट सार्वजनिक किए जाने को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा काटा। इस दौरान स्पीकर के साथ अभय चौटाला की जमकर बहस हुई। तीन बजे के बाद विधायकों ने बजट पर चर्चा की। इसके बाद स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता ने सदन की कार्यवाही सोमवार सुबह तक के लिए स्थगित कर दी।

सीएम और हुडा ने शोक प्रस्ताव से शुरू की कार्यवाही
तय समय 11 बजे सीएम  मनोहर लाल ने कार्यवाही शुरू होने के बाद शोक प्रस्ताव पढ़े। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने भी शोक प्रस्ताव पढ़े। दोनों नेताओं ने सदन में वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। शोक प्रस्ताव में सांसद रमेश कौशिक, विधायक के करीबियों को श्रद्धांजलि दी गई। पूर्व सीएम ने भूपेंद्र चौधरी के निधन पर शोक प्रस्ताव पढ़ा। सदन में अभिनेता सतीश कौशिक के निधन पर भी शोक प्रस्ताव रखा गया।

हरियाणा सरकार का बजट खोखला : बत्रा 

बजट पर चर्चा के दौरान कांग्रेस विधायक बीबी बत्रा ने कहा कि हरियाणा सरकार ने 2022-23 के बजट के मुकाबले सिर्फ 3 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की है। बीजेपी सरकार का यह पूरा खोखला बजट है। एक तरह से पुरानी बोतल में नई शराब डाली गई है।

अभय चौटाला और नीरज शर्मा ने उठाया शराब घोटाले का मुद्दा 
इनलो विधायक अभय चौटाला के बाद एनआईटी फरीदाबाद से कांग्रेस विधायक नीरज शर्मा ने विधानसभा के बजट सत्र के दूसरे चरण में शराब घोटाले पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान सरकार को घेरा। शर्मा ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि लाकडाउन के दौरान बड़ा घोटाला हुआ था लेकिन सरकार सिर्फ जांच कमेटियां गठित करने में ही व्यस्त रही। जबकि प्रतिनियुक्ति पर आए अधिकारी इस प्रदेश में लूट मचाकर चले गए।

शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान 2020-21 में शराब से सरकार को 6786.78 करोड़ और 2021-22 में 7936.71 करोड़ रुपए राजस्व मिला। यानी एक ही साल में सरकार का राजस्व 1250 करोड़ रुपए बढ़ गया। इसलिए यह माना जा रहा है कि 2020-21 में एक हजार करोड़ से ज्यादा का नुकसान घोटाले की वजह से सरकार को हुआ।

विधायक अभय चौटाला ने ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान कोरोना काल में हुए शराब घोटाले को लेकर सवाल किया। कोविड के दौरान परमिट दिए जाने पर अभय चौटाला ने सवाल खड़े किए। एक परमिट पर कई
कई ट्रकों के जरिए हरियाणा के अलावा दूसरे राज्यों में भी शराब भेजी गई। इस मामले में कैग रिपोर्ट में भी 106 करोड़ रुपए का घोटाला होने की बात कही है।

अभय चौटाला ने भिजवाया हाई कोर्ट का नोटिस 
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने सदन के अपमान का मुद्दा उठाया। उन्होंने सदन में प्रस्ताव लाते हुए कहा कि 21 फरवरी को सदन का अपमान हुआ। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला की याचिका पर सदन को नोटिस जारी हुआ। नोटिस का जवाब देने की जरूरत नहीं है। नोटिस अनुच्छेद 12 के खिलाफ है। अभय चौटाला ने अपने निलंबन पर कहा कि उनका दो दिन का निलंबन गलत था। नियमों के अनुसार एक दिन का ही निलंबन बनता था, इसलिए हाईकोर्ट गया।

ग्रीन बेल्ट पर अवैध ईमरतें होंगी ध्वस्त : सीएम 

अवैध इमारतों को लेकर किए गए सवाल पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि ग्रीन बेल्ट पर बनी अवैध इमारतों पर राज्य सरकार सख्त कार्रवाई कर रही है। अब तक सरकार के पास 1500 से अधिक ऐसी चिह्नित इमारतों की जानकारी उपलब्ध, कई इमारतों को ध्वस्त किया जा चुका है। मुख्यमंत्री ने प्रश्नकर्ता विधायक से पूछा कि यदि यदि उनके पास ऐसी इमारतों की और भी कोई जानकारी है, तो वह सरकार को दें, सरकार द्वारा आगामी कार्रवाई की जाएगी।

मंत्री संदीप सिंह का मुद्दा फिर उठा 

शून्यकाल की कार्यवाही में सेक्सुअल हैरेसमेंट के आरोपों से घिरे संदीप सिंह का मुद्दा विपक्ष ने उठाया। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा ने मंत्री संदीप सिंह से स्पष्टीकरण मांगा। हालांकि स्पीकर ज्ञानचंद गुप्ता संदीप सिंह का बचाव करते हुए दिखे। स्पीकर ने कहा कि चंडीगढ़ पुलिस जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि यह सदन में चर्चा का विषय नहीं है।

महिला कोच पहुंची विधानसभा, सरकार पर दागे सवाल 

हरियाणा के पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह के बजट सत्र की कार्यवाही के पहले दिन विधानसभा पहुंचने पर जूनियर महिला कोच विधानसभा पहुंच गई। जहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने उसे रोक लिया। हालांकि जूनियर महिला कोच ने इस दौरान हरियाणा सरकार और चंडीगढ़ पुलिस की कार्रवाई को लेकर सवाल खड़े किए। साथ ही हरियाणा के मुख्यमंत्री पर भी आरोप लगाए।

महिला कोच ने आरोप लगाया कि 80 दिन पहले उसने संदीप सिंह के खिलाफ चंडीगढ़ पुलिस में FIR दर्ज कराई है। इस दौरान जांच कर रही SIT टीम ने कई बार पूछताछ कर ली, लेकिन अभी तक चार्जशीट दायर नहीं की है। जबकि गंभीर आरोपों से घिरे पूर्व खेल मंत्री संदीप सिंह मुख्यमंत्री की शह पर खुलेआम घूम रहे हैं।

कांडा ने उठाया पुनर्वास का मुद्दा

विधायक गोपाल कांडा ने विस्थापितों के पुनर्वास को लेकर सवाल उठाया। कांडा ने कहा कि क्या जिन लोगों को शिफ्ट किया गया, उनके पास बिजली- पानी का कनेक्शन हैं। साथ ही कब तक स्थाई तौर पर आवास दिए जाएंगे। क्या इसकी कोई तारीख तय की गई है और परिवारों को नहीं उजाड़ा जाएगा उसकी गारंटी देंगे। मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सदन में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जिनके मकान गिरे हैं सरकार मकान देगी .

सदन की कार्यवाही के दौरान उपस्थित विधायक।