Saturday, April 27, 2024
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राहुल गाँधी की भारत जोड़ो यात्रा के चलते शहर की फ़िज़ा बदली , धड़ेबाजी भी और उत्साह भी ,नेहरू व राजीव गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण पर प्रश्नचिन्ह

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फरीदाबाद,21 दिसंबर ( धमीजा ) : राहुल गांधी की  भारत जोड़ो यात्रा के आगमन से पूर्व फरीदाबाद को कांग्रेसमई नज़र आने लगी है।  जगह-जगह विभिन्न चौराहों पर कांग्रेसियों ने कांग्रेस के बोर्ड और होर्डिंग लगाकर पाट दिया है । एक अरसे बाद कांग्रेसियों में होर्डिंग और बोर्ड  होड़ दिखाई दे रही है। शहर के मुख्य चौराहों नीलम चौक , बाटा चौक , ओल्ड फरीदाबाद चौक के आसपास व अन्य मुख्य मार्गों पर राहुल गाँधी व कांग्रेस के बड़े बड़े होर्डिंग ही होर्डिग दिखाई दे रहे हैं। लेकिन कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान भी कांग्रेस की गुटबाजी खत्म होती नजर नहीं आ रही।  राहुल गांधी का स्वागत करने के लिए भी कांग्रेसी आपस में बंटे हुए नजर आ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक आपस में दो गुटों में बंटे हैं तो तीसरा गुट  पार्टी की पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कुमारी शैलजा का है । यात्रा के दौरान सभी नेता राजीव गांधी के समक्ष अपनी उपस्थिति दर्ज करवाना चाहते हैं और सभी को लग रहा है कि वह इस मौके का फायदा उठाते हुए सीधा उनके संपर्क में आ जाएं । राहुल गाँधी की यात्रा का जो रूट मैप तैयार किया गया है उसमें कहीं भी नजर नहीं आ रहा कि राहुल गांधी शहर के मुख्य चौराहों पर लगी पंडित जवाहरलाल नेहरू और राजीव गांधी की मूर्ति पर माल्यार्पण करेंगे या नहीं ।


भारत जोड़ो यात्रा की फरीदाबाद की बागडोर पूर्व मंत्री चौधरी महेंद्र प्रताप सिंह के पुत्र एवं कांग्रेसी नेता विजय प्रताप सिंह को सौंपी गई है। इसे कांग्रेस में उनका कद काफी बढ़ गया है और उन्होंने कांग्रेस को एक मंच पर लाने का प्रयास भी किया है परंतु यह कोशिश कितनी कामयाब होती है यह 23 तारीख को ही मालूम होगा।  फिलहाल कांग्रेस की गुटबाजी चौराहों पर लगे होर्डिंगों में नजर आ रही है । विजय प्रताप के साथ एनआईटी के विधायक नीरज शर्मा पृथला के पूर्व विधायक रघुवीर तेवतिया , पुत्र तरुण तेवतिया ,बल्लभगढ़ की पूर्व विधायक शारदा राठौर , सुमित गौड़  मुख्य रूप से नजर आ रहे हैं। जबकि पूर्व विधायक ललित नागर एवं कांग्रेसी नेता लखन सिंगला भी भूपेंद्र हुड्डा के समर्थक हैं परंतु वह इनसे अलग नजर आ रहे हैं । इनके अलावा सैलजा गुट के नेता व समर्थक इन दोनों गुटों से अलग इस यात्रा एवं कार्यक्रम का प्रचार कर रहे हैं । सैलजा गुट में मुख्य रूप से पूर्व विधायक आनंद कौशिक , वरिष्ठ कोंग्रेसी नेता राजन ओझा , बलजीत कौशिक ,सतवीर डागर , योगेश ढींगरा , गौरव ढींगरा ,मनोज अग्रवाल, डॉ एसएल शर्मा ,राकेश तंवर ,अधिवक्ता संजीव चौधरी व वंदना सिंह सहित कई नाम शामिल हैं।

दो दिन बाद यानी 23 दिसंबर को फरीदाबाद पहुंच रही राहुल गांधी की इस यात्रा का स्वागत करने के लिए कांग्रेस के नामी नेताओं ने अलग-अलग स्थान चिन्हित किए हैं। यह सभी नेता अपने-अपने क्षेत्र में उनका स्वागत करना चाहते हैं ताकि आने वाले समय में वह चुनाव लड़ें तो उन्हें इसका लाभ मिल सके। परंतु जिले में कहीं भी कोई बड़ी जनसभा नहीं रखी गई है जोकि कांग्रेस कार्यकर्ताओं सहित उन लोगों को भी खल रही है जो हमेशा से कांग्रेस को वोट देते आए हैं यानी विचारधारा के लोगों को इससे मायूसी हो रही है ।

राहुल गांधी द्वारा चलाई जा रही भारत जोड़ो यात्रा का उद्देश्य कांग्रेस की गुटबाजी खत्म कर कांग्रेसियों को एक करने का रहा है परंतु फरीदाबाद में यात्रा के दौरान भी कांग्रेस की धडे बाजी खत्म होती नजर नहीं आ रही। यही नहीं कांग्रेस के इस गुटबाजी के कारण अभी इस बात पर भी प्रश्न चिन्ह है कि राहुल गांधी शहर के मुख्य चौराहे नीलम चौक लगी पंडित जवाहरलाल नेहरू और ओल्ड फरीदाबाद चौक पर लगी स्वर्गीय राजीव गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करेंगे या नहीं। हालांकि कांग्रेस के कुछ कार्यकर्ताओं ने पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चौधरी उदयभान से कहा है कि यात्रा के दौरान राहुल गांधी से इन दोनों प्रतिमाओं पर माल्यार्पण अवश्य करवाया जाए । यदि इस यात्रा के दौरान इन प्रतिमाओं पर राहुल गांधी से माल्यार्पण ना करवाया गया तो ना केवल गलत संदेश जाएगा बल्कि कांग्रेस इस गुटबाजी एवं आपसी खींचतान के चलते और अधिक कमजोर हो जाएगी। 23 को यात्रा फरीदाबाद पहुंचेगी तो 24 दिसंबर की सुबह यहां से दिल्ली के लिए प्रस्थान करेगी।