भारत रत्न गायिका लता मंगेशकर की 92 की उम्र में आज निधन , सारे देश में शोक की लहर
नई दिल्ली , 6 फरवरी ( धमीजा ) : भारत रत्न गायिका लता मंगेशकर का आज 92 साल की उम्र में निधन हो गया है। लता मंगेशकर को कोरोना और निमोनिया के चलते 8 जनवरी को मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने आखिरी सांस ली। ‘भारत रत्न’ लता मंगेशकर के निधन पर पूरा देश दुखी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रपति राम नाथ कोविन्द , गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत देश की कई बड़ी हस्तियों ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर कर लता मंगेशकर के निधन पर शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि दी है।
भारत रत्न’ लता मंगेशकर ने 36 भाषाओं में 50 हजार से ज्यादा गीत गाए हैं। बकौल लता जी, ‘पिताजी जिंदा होते तो मैं शायद सिंगर नहीं होती’… ये मानने वाली महान गायिका लता मंगेशकर लंबे समय तक पिता के सामने गाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई थीं। फिर परिवार को संभालने के लिए उन्होंने इतना गाया कि सर्वाधिक गाने रिकॉर्ड करने का कीर्तिमान ‘गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में 1974 से 1991 तक हर साल अपने नाम दर्ज कराती रहीं।
लता दीदी की जिंदगी किसी बायोपिक की मुकम्मल स्क्रिप्ट है इस स्क्रिप्ट में कुछ भी नाटकीय किए जाने की जरूरत नहीं, फिर भी मूवी सुपरहिट होने की गारंटी है
अपने घर की सबसे बड़ी बेटी, आवाज मानो कोयल से भी मीठी बच्ची अपने गुरू समान पिता को 13 साल की उम्र में ही खो देती है और सारे परिवार का जिम्मा अब उस पर ही होता है मजबूरी में लता को फिल्म इंडस्ट्री में आना पड़ता है, लेकिन कुछ ही सालों में लता की आवाज हर सफल फिल्म की जरूरत बन जाती है शख्सियत उसूलों की इतनी पक्की की बड़े-बड़े म्यूजिक डायरेक्टर और प्रोड्यूसर्स से झगड़ा तक कर लिया
सिर्फ लता मंगेशकर नाम सुनते ही कानों को सुकून मिलता है, जुबान पर मिसरी चढ़ जाती और दिल उनके गानों के बोल पर धड़कने लगता है आज लता जी हमारे सामने विरासत छोड़कर चली गई हैं..