पुस्तक मेला : राम मंदिर निर्माण में सीमेंट और लोहे का उपयोग नहीं, संगमरमर और ताम्बे की तार से बनाया जा रहा है : रविशंकर प्रसाद
नई दिल्ली, 28 फरवरी ( नवीन धमीजा ) : बिहार के राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर ने कहा कि किताब सबसे भरोसेमंद मित्र होते हैं। समय बदल रहा है। सनातन भारत का सच्चा इतिहास लिखने की जरूरत है। श्री आर्लेकर आज यहां पुस्तक मेला में ‘किताब वाले’ प्रकाशन समूह द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘ नेता जी, आजाद हिन्द सरकार और फौज : भ्रान्तियों से यथार्थ की ओर ‘ का विमोचन कर रहे थे।
इस अवसर पर समारोह के मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आजादी के बाद से ही देश में गलत इतिहास लिखा और पढ़ाया जा रहा है। ऐसा करके एक परिवार विशेष को खुश किया जा रहा है। नेता जी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, मौलाना आजाद, रासबिहारी बोस, भगत सिंह आदि की उपेक्षा किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि संसद भवन परिसर में नेता जी की मूर्ति लगाने में आखिर इतने वर्ष क्यों लग गए? वामपंथियों ने देश के गौरवशाली इतिहास की गलत व्याख्या की। अब ऐसा नहीं होगा। अब देश में राष्ट्रवादी सरकार है जो दूध का दूध और पानी का पानी करेगी। उन्होंने पूछा कि वह कौन सी ताकतें थीं जिन्होंने भारत के इतिहास को कंट्रोल करके रखा था।
श्री प्रसाद ने बताया कि अयोध्या में राममंदिर के निर्माण में सीमेंट और लोहे का उपयोग नहीं किया जा रहा है। उसकी जगह संगमरमर और ताॅंबे के तार से मंदिर का निर्माण किया जा रहा है ताकि हजारों वर्षों तक उसकी अक्षुण्णता बनी रहे। समारोह की अध्यक्षता पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय, पटना के कुलपति डॉ प्रो आर के सिंह ने की। इस अवसर पर पुस्तक के लेखक डॉ कपिल कुमार, अनुवादक सुशील कुमार तिवारी, किताब वाले प्रकाशन समूह के प्रबंध निदेशक प्रशान्त जैन, शिक्षाविद् अनुप भटनागर समेत कई गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।