Monday, April 29, 2024
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हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा के विरोधी कांग्रेसी नेता सुरजेवाला ,सैलजा और किरण चौधरी आये एक मंच पर

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चंडीगढ़ , 4 जुलाई ( धमीजा ) : हरियाणा कांग्रेस में पहली बार सरकार को घेरने के लिए पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा विरोधी खेमा एक जुट हो रक मंच पर आ गया। राज्यसभा सांसद रणदीप सुरजेवाला, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष कुमारी सैलजा और कांग्रेस विधायक किरण चौधरी इकट्‌ठे इकट्ठे होकर चंडीगढ़ पहुंचे। एक ही गाड़ी में तीनों नेता सवार थे और गाड़ी खुद सुरजेवाला कर रहे थे ।

प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तीनों कांग्रेसी नेताओं ने एक स्वर में भाजपा – जजपा सरकार को बेरोजगारी के मुद्दे को लेकर घेरा। उन्होंने कहा कि सरकार की युवा विरोधी नीति के कारण युवाओं को रोजगार नहीं मिल रहा है। इससे उनके परिवार पर भी असर पड़ रहा है। इसी का नतीजा है कि युवाओं की शादियां भी नहीं हो रही हैं।

भाजपा सिर्फ नारे देने में माहिर : सैलजा 
कुमारी सैलजा ने पत्रकार वार्ता की शुरुआत करते हुए कहा कि आज प्रदेश में सिर्फ नाम की सरकार है। भाजपा सिर्फ नारे देने में माहिर है। कहां दो करोड़ रोजगार हर साल मिलने थे लेकिन आज क्या आलम है। हरियाणा सरकार भी हमारे युवाओं के लिए अभिशाप साबित हो रही है।

हमारे युवाओं का हर सेक्टर में नाम होता है, आज हमारा युवा पिछड़ रहा है। हरियाणा बेरोजगारी में नंबर एक बना है। CMEI की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा में 37 प्रतिशत बेरोजगारी है, सरकारी नौकरी तो है ही नहीं, प्राइवेट में भी नौकरी की उम्मीद नहीं है।

CET के पेपर के लिए 11 लाख 22 हजार युवाओं ने फॉर्म भरे, कौशल रोजगार निगम में कच्ची नौकरी के लिए लाखों युवाओं ने अप्लाई किया, लेकिन हरियाणा में न कच्ची नौकरी है और न ही पक्की नौकरी है। हरियाणा में आज 2 लाख पद खाली पड़े हैं। हरियाणा का यह दुर्भाग्य है कि वह पद कैसे भरे जाएंगे किसी को भी पता नहीं है।

दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरी
राज्यसभा सांसद और कर्नाटक कांग्रेस के प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा कि हम सरकार से तर्कपूर्ण सवाल पूछ रहे हैं। हरियाणा में पद खाली हैं भरे नहीं जा रहे। जो भर्ती होती है वो कोर्ट के पचड़े में डाल दी जाती है। हरियाणा में दूसरे राज्यों के लोगों को नौकरी दी जा रही है। हरियाणा की सरकार युवाओं के भविष्य की भ्रूण हत्या कर रही है। युवाओं को CET में उलझा रखा है। सरकार ने यह भी कहा कि CET पास बच्चों में से किसी भर्ती के 4 गुना बच्चों को बुलाया जाएगा तो बाकी बच्चे कहां जाएंगे।

12वीं और एमटेक वालों के लिए एक ही परीक्षा क्यों ?
हरियाणा में CET पदों पर भर्ती के लिए चार गुना अभ्यर्थियों को बुलाए जाने पर सुरजेवाला ने कहा कि राजस्थान में 15 गुना अधिक बच्चे बुलाए जाते हैं। केंद्र की नौकरियों के लिए भी 12 से 20 प्रतिशत बच्चे बुलाए जाते हैं।  अगर बच्चों की क्वालिफिकेशन अलग अलग है तो उनके लिए एक ही टेस्ट कैसे हो सकता है। 12वीं वाले और एमटेक की तुलना कैसे की जा सकती है।

नौकरी के नामपर बेरोज़गारों से इकट्ठे किये जा रहे पैसे 
हरियाणा कांग्रेस की नेता और विधायक किरण चौधरी ने कहा कि CET टेस्ट कॉमन एक्सप्लोइटेशन टेस्ट बन गया है। हरियाणा में या तो भर्ती नहीं निकाली, या उसको रद्द कर दिया गया या कोर्ट में मामले चल रहे हैं, लेकिन युवाओं को नौकरी नहीं दी। कच्ची नौकरी भी नहीं दी जा रही। पुलिस हर तरीके से विफल हो चुकी कॉन्स्टेबल की भर्ती भी नहीं कर पा रही है हरियाणा सरकार। युवाओं से भर्ती के नाम पर पैसे भरवा लिए। करोड़ों रुपए इकट्ठा कर लिए। लेकिन नौकरी नहीं मिली।