भाजपा – जजपा गठबंधन में बढ़ने लगी खींचतान , नाराज़ जजपा ने बुलाई संसदीय बोर्ड की मीटिंग
दिल्ली , 10 अक्टूबर ( धमीजा ) : हरियाणा में जजपा – भाजपा गठबंधन में कुछ सही नहीं चल रहा है। दोनों दलों के बीच पिछले कुछ दिनों से अंदरूनी खींचतान चल रही है। जिसके बाद जननायक जनता पार्टी ( जजपा ) के महासचिव दिग्विजय चौटाला खुलकर सामने आ गए हैं। उन्होंने कहा कि आदमपुर उपचुनाव में भाजपा के पोस्टरों में जजपा नेताओं की फोटो ही नहीं है। उपचुनाव को लेकर जजपा ने दिल्ली में संसदीय बोर्ड की मीटिंग बुलाई है, वहीं इस पर फैसला लिया जाएगा। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अजय चौटाला के साथ डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी मौजूद रहेंगे।
पोस्टरों पर जजपा नेताओं की फोटो न होने पर दिग्विजय नाराज़
कुलदीप बिश्नोई के पोस्टर बैनर पर जजपा नेताओं के फोटो न होने पर दिग्विजय चौटाला ने कहा है कि इसे देख मुझे हैरानी होती है। हम राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन की सरकार चला रहे हैं। बीजेपी की सीनियर लीडरशिप हमेशा बोलती रहती है कि हमें गठबंधन को और आगे बढ़ाना है। ऐसा उप चुनाव हो और उसके बाद भी जेजेपी के किसी वरिष्ठ नेता की फ़ोटो न हो, यह रवैया काफी चौंकाने वाला है।
दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में जननायक जनता पार्टी का अपना एक मज़बूत आधार है। अभी तक राज्य में पिछले जितने भी चुनाव हुए हैं, उनमें पड़े वोटों में वह आधार दिखाई भी देता है। महासचिव ने कहा कि आने वाले चुनावों में भी वह आधार व्यर्थ नहीं जाएगा। जजपा जहां है, वह आधार वहीं दिखाई देगा।
2024 के कैंपेनिंग पोस्टरों से भी जजपा गायब
आदमपुर उपचुनाव और पंचायत चुनाव के बीच हरियाणा भाजपा ने 2024 विधानसभा चुनाव पर फोकस शुरू कर दिया है। पार्टी की सोशल मीडिया विंग ने इसके लिए पोस्टर जारी किए हैं। जिसमें सीएम मनोहर लाल खट्टर को चेहरा बनाया गया है। पोस्टर में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला का कहीं जिक्र नहीं है। यह पोस्टर ट्विटर पर ‘मनोहर म्हारा हरियाणा’ से ट्रेंड करवाए जा रहे हैं।
निर्दलीय विधायकों से मिलना भी जजपा पर दबाव की राजनीति
गठबंधन को लेकर यूं ही राजनीतिक चर्चाएं नहीं हो रही हैं। इसके पीछे की ठोस वजहें भी हैं। त्रिपुरा के पूर्व CM और हरियाणा में पार्टी के स्टेट इंचार्ज बिप्लब देब हरियाणा दौरे पर आए। उन्होंने निर्दलीय विधायकों से वन टू वन मीटिंग की। अब तक वह 6 निर्दलीय विधायकों से मिल चुके हैं। इसे भाजपा के मिशन 2024 साधने के साथ जजपा पर दबाव बनाने की राजनीति से जोड़कर देखा जा रहा है।
भाजपा से निकटता पर जजपा भी दिखा रही तेवर
भाजपा के खिलाफ तेवर दिखाने में जजपा भी पीछे नहीं है। पार्टी में हो रही टूट फूट पर डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला भी बड़े एक्शन ले रहे हैं। उन्होंने पार्टी विधायक राम निवास सुरजाखेड़ा को भाजपा प्रेम के चलते हरियाणा खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड के चेयरमैन पद से हटा दिया।
सुरजाखेड़ा ने निकाय चुनाव में पार्टी से नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि उनके क्षेत्र में होने वाले विकास कार्य मुख्यमंत्री मनोहर लाल करवा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने नरवाना से निर्दलीय चुनाव जीती चेयरपर्सन को उनके पति और अन्य पार्षदों के साथ भाजपा में शामिल करवाया था।
कई जजपा नेता शामिल हो चुके हैं बीजेपी में
हरियाणा में जजपा के साथ गठबंधन सरकार चल रही बीजेपी 16 सितंबर को एक बड़ा झटका दे चुकी है। जजपा के संस्थापक सदस्य और डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के विशेष सचिव रहे महेश चौहान सहित 150 जजपा नेताओं तथा कार्यकर्ता को पार्टी छोड़ बीजेपी में शामिल हो गए। इनमें कई हलका अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, जिला कार्यकारिणी सदस्य शामिल थे।