एलनाबाद उपचुनाव : जानें किस प्रत्याशी के पास कितनी है सम्पति और क्या हैं मामले दर्ज
चंडीगढ़ , 9 अक्टूबर ( धमीजा ) ; हरियाणा के ऐलनाबाद उपचुनाव में तीनों बड़ी पार्टियों भाजपा, कांग्रेस और इनेलो ने अपने-अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। आगामी 30 अक्टूबर को उपचुनाव होगा और 2 नवंबर को परिणाम घोषित किये जाने हैं। भाजपा ने गोविंद कांडा को, कांग्रेस ने पवन बेनीवाल को और इनेलो ने अभय चौटाला को चुनाव टिकट दिया है। तीनों नामांकन भरने के बाद चुनाव प्रचार के लिए निकल गए हैं। अब जनता तय करेगी कि वह किसे अपना नेता चुनती है। इसके लिए तीनों उम्मीदवारों के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है। यहां हम जनता को बता रहे हैं, तीनों उम्मीदवारों की पढ़ाई-लिखाई, प्रॉपर्टी और अन्य निजी बातों के बारे में।
इस विधानसभा सीट से इनलो के अभय चौटाला विधायक थे , उन्होंने किसानों के समर्थन में विधानसभा से इस्तीफ़ा दे दिया था , जिसकी वजह से ये सीट खाली हुई और उप चुनाव हो रहे हैं।
इनलो प्रत्याशी एवं पूर्व विधायक अभय चौटाला 12वीं पास हैं , बेइंतिहा दौलत है , 6 वाहन हैं , जिनमे दो कारें , दो ट्रेक्टर और दो जीप हैं। इनके खिलाफ आय से अधिक सम्पति अर्जित करने के दो मामले भी दर्ज हैं। इनेलो नेता अभय सिंह चैटाला के चुनाव लड़ने के सवाल पर किसान नेताओं ने कहा कि किसानों के समर्थन में उन्होंने इस्तीफा दिया था। अब तक समस्याओं का समाधान नहीं हुआ है। बावजूद इसके वे खुद चुनाव लड़ रहे हैं।
कांग्रेस की ओर से भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पवन बैनीवाल पर दांव खेला जा रहा है। कांग्रेस उम्मीदवार पवन बेनीवाल पंजाब यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है और साफ़ छवि के व्यक्ति हैं , उनके खिलाफ कोई आपराधिक मुकदमा दर्ज़ नहीं है , उन्हें घुड़सवारी का शौंक है। उन्होंने 5 घोड़े पाल रखे हैं और 24 भैंसे भी पाली हुई हैं। उनके पास अलग अलग तरह के हथियार भी हैं। 12 बोर की राईफल , गन और रिवाल्वर भी है।
भाजपा ने चौटाला परिवार के विशेष विरोधी रहे पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के भाई गोविन्द कांडा को मैदान में उतारा है। वह भी शिक्षित हैं। उनके पास जेसीई स्टार का डिप्लोमा है। कोई माने या ना माने लेकिन रिकॉर्ड के अनुसार उनके पास ना तो कोई वाहन है और ना ही कोई हथियार। उनके खिलाफ अवैध निर्माण का मामला ज़रूर दर्ज़ है। हरियाणा लोकहित पार्टी के उपाध्यक्ष और सिरसा के विधायक गोपाल कांडा के छोटे भाई गोबिंद कांडा चंद दिन पहले ही भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए थे। सिरसा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विधिवत रूप से भाजपा (BJP) में शामिल होने की घोषणा की थी। कांडा परिवार और चौटाला परिवार के बीच राजनीतिक लड़ाई काफी पुरानी है।