10 हज़ार करोड़ से ज़्यादा के टैक्स घोटाले में ईडी हरियाणा के एक्साइज एंड टैक्स विभाग से नाखुश , हाई कोर्ट में दी स्टेटस रिपोर्ट
चंडीगढ़ , 21 नवंबर ( धमीजा ) : दस हज़ार करोड़ से ज़्यादा के टैक्स घोटाले के मामले में ईडी यानि प्रवर्तन निदेशालय हरियाणा के एक्साइज एंड टैक्सेशन विभाग की कार्यशैली से नाराज़ है। ईडी ने हाई कोर्ट में जमा करवाई गई अपनी रिपोर्ट में भी ये नाराज़गी व्यक्त की है। हरियाणा के सबसे चर्चित 10,618 बोगस टैक्स क्लेम स्कैम में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल कर दी है। ED की ओर से कहा गया है कि हरियाणा का एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट स्कैम की जांच में सहयोग नहीं कर रहा है। हाईकोर्ट ने अब इस मामले में सुनवाई शुरू करने के लिए कहा है।
इस मामले में हरियाणा सरकार अब तक 74 FIR दर्ज कर चुकी है। जिनमे कैथल, हिसार और पानीपत में अब तक 3-3, सिरसा में 16, रेवाड़ी में 2, झज्जर में 4, गुरग्राम में 26 और फरीदाबाद में 17 FIR दर्ज की जा चुकी हैं।
पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट के एडवोकेट रापड़िया का कहना है कि इससे पहले लोकायुक्त की जांच में भी हरियाणा के एक्साइज एंड टैक्सेशन डिपार्टमेंट में सहयोग नहीं किया था। अब फिर प्रवर्तन निदेशालय की जांच में भी विभागीय अधिकारी साथ नहीं देर रहे हैं। एडवोकेट रापड़िया इस केस में पिटीशनर रघुवीर सिंह की तरफ से हैं।
2015 में हज़ारो करोड़ के घोटले का हुआ था पर्दाफाश
हजारों करोड़ के इस टैक्स स्कैम का खुलासा जनवरी 2015 में हुआ था। एसआईटी लोकायुक्त की रिपोर्ट में स्केम सामने आया था। रिपोर्ट के मुताबिक 2012-13 के दौरान यह घोटाला अंजाम दिया गया। क्लेम के लिए दूसरे राज्यों में बोगस फर्में बनाई गईं, जहां ये शो किया गया कि कंपनी ने एडवांस टैक्स दे दिया है। जबकि जांच में फर्में ही नहीं बनी।