कौशल विकास मिशन रिश्वतकांड जांच के बाद ब्यूरोक्रेसी में खलबली, आखिर आईएएस अंडरग्राउंड क्यों ?
फरीदाबाद , 24 अप्रैल ( धमीजा ) : हरियाणा कौशल विकास मिशन रिश्वतकांड मामले में एंटी करप्शन ब्यूरो ( एसीबी ) की जांच से प्रदेश की ब्यूरोक्रेसी में खलबली मची है। दो दिन पूर्व पंचकूला से बिल पास कराने के नाम पर 3 लाख रुपए की रिश्वत लेते पकड़ी गई महिला पूनम चोपड़ा के दिल्ली स्थित घर से 2 लाख रुपए और बरामद हुए हैं। फोन की जांच में राज्य के कई बड़े ब्यूरोक्रेटस के नंबर मिले हैं, जिनमें से कई के साथ महिला की चैट किए जाने का भी खुलासा हुआ है। अब एसीबी महिला की कॉल डिटेल खंगालने में जुट गई है।
एंटी करप्शन ब्यूरो ( एसीबी ) की टीम ने महिला को ड्यूटी मेजिस्ट्रेट की अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने महिला को न्यायिक हिरासत में भेज दिया। इससे पहले एसीबी टीम महिला को लेकर दिल्ली स्थित उसके घर और सेंटरों पर रेड कर चुकी है। यहां से रिश्वत के 2 लाख रुपए और बरामद किए गए। एसीबी की टीम ने महिला के घर और सेंटर से कुछ और भी जरूरी दस्तावेज बरामद किए हैं।
एसीबी की टीम अब इन दस्तावेजों की जांच कर रही हैं। इससे पहले, महिला ने कौन सी डील कराई थी और किस किस अधिकारी के साथ महिला की जानकारी थी, इसके लिए एंटी क्रप्शन ब्यूरो सूची तैयार कर रहा है। एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि सबूत एकत्रित किए जा रहे हैं और महिला की कॉल डिटेल निकाली गई है।
स्किल ऑफिसर दीपक शर्मा को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी
एसीबी ने भ्रष्टाचार के इस पूरे खेल में और खुलासे करने के लिए स्किल ऑफिसर डॉ दीपक शर्मा को सरकारी गवाह बनाने की तैयारी कर ली है। एंटी करप्शन ब्यूरो की मंशा है कि इस मामले में शामिल अन्य अधिकारी बच न पाएं। आरोप है कि दीपक शर्मा 2016 से इस सीट पर बैठ कर भ्रष्टाचार का खेल कर रहा था, इसलिए एसीबी जांच का दायरा बढ़ाते हुए यह जानने की कोशिश में कि आखिर और किस-किस से पैसे की वसूली की गई है।
IAS क्यों हुआ अंडरग्राउंड ?
भ्रष्टाचार के आरोप में एफआईआर दर्ज होने के बाद अब महिला से चैट करने वाला IAS अधिकारी अंडरग्राउंड बताया जा रहा है। हालांकि, पहले दिन एसीबी की टीम ने कई घंटे तक आईएएस अधिकारी से पूछताछ की थी। उस समय आईएएस अधिकारी ने महिला से किसी भी तरह के लिंक से इनकार कर दिया था, लेकिन महिला के फोन से मिली चैट कुछ और ही बयां कर रही है।