करोड़ों रुपये की हेराफेरी मामले में आबकारी कराधान विभाग के रिटायर्ड डीईटीसी एवं ईटीओ गिरफ्तार
सिरसा , 30 मई ( नवीन धमीजा ) : सिरसा में फर्जी फर्मों के मामले में स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम ने आबकारी कराधान विभाग के तत्कालीन डीईटीसी जीसी चौधरी तथा तत्कालीन ईटीओ अशोक सुखीजा को गिरफ्तार किया है। आरोप है कि दोनों अधिकारियों ने फर्जी फर्मों के सरगना महेश बंसल, पदम बंसल के साथ मिलकर 30 लाख रुपए का चूना लगाया था। आरोपियों ने सिगरेट के बोगस कारोबार के नाम पर जेसी इंटरप्राइज के नाम से फर्जी फर्म बनाई है।
सिरसा एसपी उदय सिंह मीना ने बताया कि इस मामले की गहनता से जांच के लिए एक विशेष एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी टीम ने दोनों आरोपियों को अदालत में पेश कर एक दिन का पुलिस रिमांड लिया है। एसपी के अनुसार रिमांड अवधि के दौरान दोनों आरोपियों से पूछताछ कर इस प्रकरण से जुड़ी तमाम जानकारी हासिल की जाएगी। सिरसा में फर्जी फर्मों के खेल में एसआईटी ने अपनी जांच के दौरान दोनों अधिकारियों को नोटिस देकर अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया था।
2020 में सिरसा में दर्ज हुआ था मामला
यह मामला ETO चाप सिंह की शिकायत पर 24 अक्टूबर 2020 को विभिन्न आपराधिक धाराओं के तहत शहर थाना सिरसा में दर्ज किया था। इस मामले में विजिलेंस ने पहले ही घटना के मुख्य आरोपी महेश बंसल को 16 मार्च 2023 को गिरफ्तार कर लिया था। जबकि, एक आरोपी पदम बंसल के बेटे अमित बंसल को 19 नवंबर 2022 को गिरफ्तार किया था। पदम बंसल इस मामले में फरार है।
आरोप है कि मुख्य आरोपी महेश बंसल ने अन्य आरोपियों के साथ मिलकर हरियाणा तथा राजस्थान में सिगरेट का बोगस कारोबार दिखाकर सरकार को करीब 30 लाख रुपए का चूना लगाया था।
वर्ष 2008 से सिरसा में फर्जी फर्में खोलकर वैट की चोरी होने लगी थी। सी फार्म में गलत जानकारी दी गई। अकेले सिरसा जिला में फर्जी फर्मों की आड़ में लगभग 300 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ। 2011-12 में हुए घोटाले की विभाग की एसआइटी ने भी जांच की थी और यह मामला लोकायुक्त तक पहुंचा था।
इस जांच में भी सिरसा सहित अन्य जगहों पर घोटाला पाया गया। जांच में सिरसा की कई फर्में वैट घोटाला से जुड़ी हुई पाई गई। इसमें 19 फर्मों पर केस दर्ज करवाया गया था। 2011 से 2014 के दौरान सिगरेट, कपास व अन्य वस्तुओं की दूसरे राज्य में बिक्री दिखाकर घोटाले को अंजाम दिया गया था।
27 फर्मे बनाकर 54 करोड़ रिफंड ले चुके आरोपी
सिरसा में महेश, पदम बंसल ने पिछले कई सालों से जीएसटी की चोरी करके सरकार को करोड़ों का चूना लगाया। आरोपियों ने 2010 से लेकर 2015 तक करीब 27 फर्म बनाकर 54 करोड़ रुपए का रिफंड लिया था। इस मामले की जांच पिछले कई सालों से चल रही थी। स्टेट विजिलेंस ने आरोपियों के घरों पर छापेमारी कर रिकॉर्ड भी जब्त किया था।