Friday, May 3, 2024
Latest:
HaryanaLatestNationalNCRPoliticsTOP STORIES

कुमारी शैलजा के दौरे से कांग्रेसियों में उत्साह, राजीव गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, कार्यकर्ताओं के दिलों में स्थान 

Spread the love

फरीदाबाद , 13 अप्रैल ( धमीजा ) :  अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की महासचिव एवं छत्तीसगढ़ की प्रभारी कुमारी शैलजा के फरीदाबाद दौरे ने ज़िले के कांग्रेसियों में उत्साह पैदा कर दिया है। वह कांग्रेस की इकलौती ऐसी नेता हैं ,जब भी फरीदाबाद आती हैं पूर्व प्रधानमन्त्री राजीव गाँधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करती हैं। जबकि अन्य नेता फरीदाबाद के दौरे पर आते हैं लेकिन राजीव गाँधी या जवाहरलाल नेहरू की प्रतिमा पर उनका ध्यान तक नहीं जाता। कांग्रेस के स्थानीय नेताओं व कार्यकर्ताओं को सबसे ज़्यादा मायूसी पिछले वर्ष दिसंबर में राहुल गाँधी की पदयात्रा के दौरान तब हुई थी ,जब उन्होंने पदयात्रा में भी नेहरू व राजीव गाँधी की प्रतिमा पर ना तो माल्यार्पण किया ना ही श्रद्धांजलि दी थी। दरअसल ये ज़िम्मेदारी उन नेताओं की थी ,जो उनका रूट व कार्यक्रम तैयार कर रहे थे। राहुल गाँधी को ये जानकारी उन नेताओं को देनी चाहिये थी और तय करना चाहिये था कि राहुल गाँधी माल्यार्पण करें।  लेकिन कोंग्रेस की आपसी गुटबाजी और अपने नंबर बनाने की जोड़तोड़ ने राहुल को भी इससे वंचित रखा। इसका प्रभाव उन कांग्रेसियों पर पड़ा जो निवस्वार्थ भाव से पार्टी से जुड़े हैं ,ना कि किसी गुट से। 

ज़िले में पार्टी के कार्यकर्ता व नेता कुमारी शैलजा से तब जुड़े थे जब वह हरियाणा कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष थी , लगभग एक वर्ष पूर्व उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा दे दिया था। उसके पश्चात पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ राज्य की कमान सौंपी। लेकिन कुमारी शैलजा ने पार्टी कार्यकर्ताओं व स्थानीय नेताओं पर ऎसी छाप छोड़ी कि स्थानीय कांग्रेसियों की एक बड़ी फ़ौज आज भी उनसे जुडी है। और कुमारी शैलजा भी कांग्रेसियों के सुख दुःख में शरीक होती हैं। कल बुधवार को फरीदाबाद दौरे में वह कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष व समस्त जीवन कांग्रेस में व्यतीत करने वाले स्वर्गीय बलदेव राज ओझा के निवास पर उनकी धर्मपत्नी का हालचाल पूछने उनके निवास पर गयीं। उनके पास सूचना थी कि श्रीमती संतोष ओझा का ऑपरेशन हुआ है और वह अस्पताल से घर आ चुकी हैं। वह कांग्रेस के स्थानीय नेताओं से इस कदर जुडी हैं कि उनका हाल लगातार लेती रहती हैं। प्रदेश कांग्रेस के किसान नेता सत्यवीर डागर के ताऊ की मौत की सूचना पर वह उनके घर भी गई। इसके अलावा पार्टी के कई पदों पर रहे पुराने व जुझारू नेता ज्ञानचंद आहूजा की पत्नी की मृत्यु का शोक प्रकट करने उनके यहां भी पहुंची। इनके अलावा एडवोकेट संजीव चौधरी के निमंत्रण पर उनके चैम्बर में भी गई। 
किसी भी बड़े नेता का अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं व स्थानीय नेताओं से जुड़ाव में ये बेहद अहम है कि वह उनके सुख दुःख में व्यक्तिगत रूप से शामिल हों। अन्यथा ज़यादातर नेता अपने शोक सन्देश या फोन पर दुःख व्यक्त कर इतिश्री कर लेते हैं। कुमारी शैलजा ने पार्टी कार्यकर्ताओं के दिलों में स्थान बनाया है ,इसी लिए कार्यकर्ता व स्थानीय नेता तब भी उनके साथ जुड़े हैं ,जब वह हरियाणा का अध्यक्ष पद छोड़ चुकी हैं और छत्तीसगढ़ की कमान संभाले हुए हैं। 
कुमारी शैलजा के इस दौरे पर प्रदेश कोंग्रेस के पूर्व सचिव राजन ओझा, एआईसीसी सदस्या पराग शर्मा ,प्रदेश  कांग्रेस के पूर्व महासचिव मोहम्मद बिलाल, जिला कांग्रेस के पूर्व महासचिव बलजीत कौशिक, सुभाष कौशिक एडवोकेट, संजीव चौधरी एडवोकेट, चेयरमैन एसएल शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के प्रतिनिधि योगेश ढींगरा, गौरव ढींगरा, संजय सोलंकी ,विकास कौशिक, राकेश तंवर, सोनू चौधरी, मनोज अग्रवाल, प्रिंयका अग्रवाल, वंदना सिंह, डॉक्टर सौरभ शर्मा, मोनू ढिल्लो, अशोक रावल, बाबूलाल रवि, अनिल नेताजी, पराग गौतम, सुनीता फागना, रंधावा फागना, बॉबी रावत सहित अनेक कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।