मोदी मनोहर की बैठक के बाद हरियाणा मंत्रिमंडल में फेरबदल का माहौल गरमाया , किसानों के रुख पर हुई चर्चा
फरीदाबाद , 26 नवंबर ( धमीजा ) ; हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल की आज प्रधानमंत्री से मुलाक़ात के बाद प्रदेश में मंत्रिमंडल फेरबदल की चर्चाओं का बाजार गरमा गया है। हालांकि पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के बाद सीएम ने कहा कि इस मामले में सस्पेंस बना रहे तो अच्छा है , सस्पेंस में ही ज़यादा मज़ा है। सीएम मनोहरलाल ने जारी ब्यान में बताया कि प्रधानमन्त्री मोदी से किसानों को लेकर व कई अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा हुई। मनोहर लाल ने कहा कि पीएम ने बाढ़सा में एम्स के कार्यक्रम के दौरान हरियाणा के काम की तारीफ की थी। उन्होंने इसके लिए पीएम का आभार जताया है।
प्रधानमंत्री द्वारा कृषि कानून वापसी की घोषणा के बाद सी एम् की मोदी के साथ ये पहली मुलाक़ात थी। सीएम मनोहरलाल की शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी के साथ करीब 40 मिनट मुलाकात हुई। मुलाकात में किसान आंदोलन पर चर्चा हुई। वहीं सीएम ने पीएम का एम्स के लिए धन्यवाद किया और ऑर्बिटर रेल कॉरिडोर के शिलान्यास का निमंत्रण दिया। सीएम ने पीएम से मुलाकात के बारे में बताया कि दो महीने पहले भी पीएम से मुलाकात की थी। इससे पहले भी समय-समय पर हरियाणा की जानकारियां उपलब्ध करवाते रहे हैं। नई योजनाओं की जानकारी दी। सीएम ने कहा कि पीएम को तीन कृषि कानून वापस लेने पर धन्यवाद दिया। उन्होंने पूछा कि किसान आंदोलन पर हरियाणा में क्या चल रहा है। इस पर हमने बताया कि लोगों में अच्छा संदेश गया है। पीएम चिंता कर रहे थे कि अब किसानों को वापस लौट जाना चाहिए। हमने कहा चर्चा है कि 29 नवंबर को संसद में कानून वापस होने पर किसान निश्चित रुप से वापस जाएंगे।मनोहर लाल ने कहा कि पीएम से एमएसपी पर कोई चर्चा नहीं हुई है, मगर विशेषज्ञ मान रहे हैं कि एमएसपी पर कानून बनाना उचित नहीं है। राज्य सरकार एमएसपी पर ज्यादा फसलें खरीद रही है।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रदूषण के मुद्दे पर ज्यादा सतर्कता बरतने को कहा है। पराली न जले और प्रदूषण को किस तरह कम किया जा सके, इसके लिए प्रधानमंत्री ने कुछ दिशा निर्देश दिए हैं। प्रधानमंत्री को स्वच्छता सर्वे के बारे में बताया है। उन्होंने ग्रामीण स्वच्छता पर जोर देने को कहा है। हरियाणा बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान को सफलता मिली है। 856 के अनुपात में 913 का आंकड़ा आया है। मनोहर लाल ने कहा कि पीएम हरियाणा की आस यानी आटो अपील सिस्टम से भी काफी प्रभावित हुए हैं। इसमें व्यक्ति का कार्य यदि तय समय में नहीं होता है तो उसकी अपील संबंधित विभाग के उच्चाधिकारी के पास स्वयं पहुंच जाएगी। इसके अलावा दृश्य योजना की जानकारी दी। इसमें ड्राेन से वन क्षेत्र सहित राजस्व क्षेत्र की मैपिंग वर्ष में दो बार की जाएगी। स्वामित्व योजना के तहत अब लाल डोरा की जमीन ही नहीं बल्कि पूरे आबादी क्षेत्र की मैपिंग कराई जाएगी।