यूक्रेन में भारतीय छात्रों में पनप रहा गुस्सा , भारतीय दूतावास में नहीं हो रही सुनवाई , ना ही कोई मदद
रोहतक , 26 फरवरी ( धमीजा ) : यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों में वतन वापसी न हो पाने को लेकर गुस्सा पनप गया है। रोहतक के मोहित ने राजधानी कीव में अपने हॉस्टल के बाहर एक इमारत पर बम वर्षा के बाद हॉस्टल में छात्रों के हाल की एक वीडियो भेजी है। छात्र कहते हुए दिख रहे हैं कि उन्हें यहां से निकला क्यों नहीं जा रहा। एंबेसी उनकी सुन क्यों नहीं रही। वीडियो में कुछ छात्र सभी छात्रों को समझाते हुए भी दिख रहे हैं। उन्हें क्या करना है यह भी सुझाव दे रहे हैं।
कीव की मेडीकल यूनिवर्सिटी के पास एक इमारत पर सुबह रूसी सेना ने विमान से बम गिराकर अटैक किया था। अटैक से इमारत पूरी तरह ध्वस्त हो गई है। छात्र मोहित ने अपील की है कि भारत सरकार उन्हें यहां से जल्द निकाले। एंबेसी की ओर से जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल न लगने की बात भी कही है। मोहित ने इससे पहले कीव में रूसी सेना के घुसने का वीडियो भी भेजा था।
रोहतक के विजयनगर के निवासी मोहित यूक्रेन में मेडीकल के अंतिम वर्ष के छात्र हैं। वहीं उनके साथ कीव की मेडीकल यूनिवर्सिटी में 500 से ज्यादा भारतीय छात्र हैं। सभी वतन वापसी की राह देख रहे हैं। अपने खर्चे पर वतन वापसी की ना उम्मीद मोहित व नके जैसे सैकड़ों छात्र पहले जी जता चुके हैं। ट्रांसपोर्टर कालाबाजारी कर रहे हैं। भारतीय व यूक्रेन मुद्रा को कोई स्वीकार ही नहीं कर रहा। सभी को यूएस डॉलर चाहिए। बैंक व करेंसी एक्सचेंज बंद होने की वजह से छात्रों पर यूएस डॉलर नहीं हैं।