Friday, April 19, 2024
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जानिये कौन हैं अतीक और अशरफ के हत्यारे ,क्या है उनकी बैक ग्राउंड और आखिर क्यों की उन्होंने हत्या

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नई दिल्ली , 16 अप्रैल ( धमीजा ) : शनिवार देर रात माफिया अतीक और उसके भाई अशरफ की प्रयागराज में पुलिस हिरासत में हत्या करने वाले तीनो युवक कौन हैं , क्या करते हैं और उन्होंने ये हत्या किस लिए की , ऐसे ही प्रश्न हर व्यक्ति के ज़हन और ज़ुबान पर हैं । शनिवार रात्रि पुलिस अतीक और उसके भाई अशरफ को मेडिकल टेस्ट के लिए अस्पताल ले जा रही थी। पत्रकार साथ-साथ चलते हुए अतीक और अशरफ से सवाल कर रहे थे। इसी बीच तीन हमलावर पुलिस का सुरक्षा घेरा तोड़ते हुए आए और अतीक के सिर में गोली मार दी, फिर अशरफ पर फायरिंग की। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

हमलावर मीडियाकर्मी बनकर आए थे। इनके नाम लवलेश तिवारी, सनी और अरुण मौर्य हैं। हमले के तुरंत बाद ही तीनों ने सरेंडर कर दिया। लवलेश बांदा, अरुण कासगंज और सनी हमीरपुर का रहने वाला है। उनसे हथियार बरामद किए गए हैं। इस घटना में कॉन्स्टेबल मानसिंह को भी गोली लगी। हत्या करने वाले तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया है। जहां अतीक का बेटा अली भी कैद है।

शूटर लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, सनी सिंह हमीरपुर और अरुण कासगंज का निवासी है। हत्या के अगले दिन रविवार को लवलेश के पिता बोले कि थप्पड़ मारने के केस में जब बेटा जेल गया, तभी से उसे त्याग दिया। उधर, सनी और अरुण को तो उनके गांव वालों ने बचपन से ही नहीं देखा। 

1. लवलेश के मोहल्ले में पसरा है सन्नाटा

पत्रकारों के पूछने पर लवलेश के पिता: बांदा के क्योटरा मोहल्ले में सन्नाटा पसरा है। लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी का कहना है , ” मैं स्कूल बस चलाता था। हम लोगों का लवलेश से कोई लेना-देना नहीं है। घर कभी-कभी आता जाता है। कहां जाता है, क्या करता है? कुछ नहीं पता है। पूछने पर कुछ बताता भी नहीं।

सालों से मैं उससे बात नहीं करता। कोई काम धंधा नहीं करता है। बस दिन भर नशा करता है। काफी पहले से ही घर के सभी लोगों ने उससे बातचीत बंद कर दी थी। बांदा में ही कहीं किराए पर रहता है। मेरे बाकी बेटे उसकी संगत में न रहें, इसलिए उससे कोई मतलब नहीं रखते हैं।

लवलेश ने 2 साल पहले एक लड़की को बीच चौराहे पर थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद उसके खिलाफ मामला चला और वो जेल भी गया। 12वीं की पढ़ाई करने के बाद लवलेश ने बीए में एडमिशन लिया था। मुझे उसके दोस्तों के बारे में भी कुछ नहीं पता है।

लवलेश के पिता यज्ञ तिवारी ने कहा, “हमारा बेटा हम लोगों के लिए ही मुसीबत बन गया। जब से उसका नाम अतीक और अशरफ मर्डर केस में आया है। आसपास के लोग हमें शक की नजर से देख रहे हैं। उसकी वजह से मेरी नौकरी चली गई। रविवार सुबह ही स्कूल से फोन आया है कि अब मुझे स्कूल की बस चलाने की जरूरत नहीं है।”

मां ने कहा – मंदिर जाता था: मां आशा देवी ने कहा, “चार बेटे हैं, लवलेश तीसरे नंबर पर है। पता नहीं उसके दिमाग में ये सब कैसे आ गया? वो हमेशा मंदिर जाता था। दूसरों की बहुत मदद करता था। वह भगवान का बहुत बड़ा भक्त था। भक्त मंडली में गाने-बजाने का काम करता था। वो संकटमोचन का बड़ा भक्त था, बिना दर्शन किए चाय भी नहीं पीता था।”

पुलिस ने बताया कि लवलेश पर 3 मुकदमे दर्ज हैं। दो केस बांदा कोतवाली और एक केस बांदा की ही चिल्ला कोतवाली में दर्ज है।

2. हमीरपुर के सनी से सम्बंधित , भाई चाय की दुकान चलाता है 

सनी सिंह का भाई : हमीरपुर के कुरारा इलाके के रहने वाले हिस्ट्रीशीटर सनी सिंह के घर के बाहर पुलिस तैनात है। घर के बाहर मोहल्ले के लोग जुटे हैं। यहां पत्रकारों की मुलाकात उसके भाई पिंटू सिंह से हुई, जो अपने परिवार के साथ रहता है। वह चाय की दुकान चला कर जीवन यापन करता है। उसने बताया, “माता-पिता कई साल पहले गुजर चुके हैं। भाई सनी 15 साल पहले घर छोड़ कर चला गया था। तब से वह घर लौट कर नहीं आया। मुझे जानकारी नहीं है कि भाई प्रयागराज में हुए दोहरे हत्याकांड में शामिल है।”

मोहल्ले वालों ने बताया: सनी सिंह के तीन भाई थे। उसके एक भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। सनी दिनभर घूमता-फिरता रहता है। कोई काम नहीं करता है। उस पर कई मामलों में मुकदमे दर्ज हैं। लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। पुलिस ने बताया कि वह हिस्ट्रीशीटर अपराधी है, उस पर 18 मुकदमे दर्ज हैं और वह फरार है।

3. कासगंज में अरुण के घर के बाहर पुलिस तैनात , अरुण बचपन से है फरार -चाची 

अरुण की चाची : कासगंज के बघेला पुख्ता के रहने वाले अरुण मौर्य के घर के बाहर भी पुलिसकर्मी तैनात हैं। अरुण की चाची के अनुसार अरुण जब 10 से 11 साल का था, तभी से वह घर से फरार है। उसके पिता हीरालाल की मौत हो चुकी है। हम लोगों का उससे कोई संबंध नहीं है।

उसने अतीक-अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी है, इस पर चाची का कहना है कि उन्हें इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। मोहल्ले वालों का कहना है कि अरुण एक पुलिसकर्मी की हत्या के मामले में आरोपी है।