कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने फरीदाबाद वासियों को दी चेतावनी , लोग तीसरी लहर को दे रहे निमंत्रण
फरीदाबाद , 26 जून ( धमीजा ) : देश प्रदेश के साथ फरीदाबाद में कोरोना की दूसरी लहर के भारी तांडव से लोगों ने अभी राहत की सांस ली ही थी कि कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने शहर में दस्तक दे दी है। हरियाणा में डेल्टा प्लस का पहला मामला फरीदाबाद में मिला है। ये कोरोना का सबसे घातक वेरिएंट बताया जा रहा है। फरीदाबाद में डेल्टा प्लस का पहला मामला मिलते ही केंद्र सरकार के स्वास्थ्य सचिव ने हरियाणा के मुख्य सचिव को पत्र लिख कर राज्य को सचेत किया है। बताया जा रहा है कि कोरोना का डेल्टा प्लस संक्रमण सबसे ज़ायदा खतरनाक है और ये बहुत तेज़ी से फैलता है।
बल्लभगढ़ क्षेत्र में रहने वाले जिस व्यक्ति के सैंपल में डेल्टा प्लस सक्रमण मिला है , उसने ईएसआईसी अस्पताल में जांच करने वाली टीम को बताया कि वह पिछले दिनों दिल्ली एक शादी समारोह में गया था। वहाँ से आने के एक दो दिन बाद उसे खांसी ,ज़ुकाम, बुखार और शरीर में थकान महसूस होने लगी। उसने ईएसआई अस्पताल में जांच के लिए सैंपल दिया तो उसे पता लगा की वह कोरोना संक्रमित है। अब रिपोर्ट में मालूम हुआ कि वह डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित हुआ था। हालांकि उक्त व्यक्ति अब कोरोना से मुक्त हो गया है लेकिन डेल्टा प्लस संक्रमण की पुष्टि ने फरीदाबाद वासियों को सचेत रहने की घंटी बजा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने सम्बंधित व्यक्ति से पूछताछ कर उन 12 व्यक्तियों से भी संपर्क किया है जो उक्त व्यक्ति के सम्पर्क में आये में आये। ईएसआईसी अस्पताल अब उनके सेम्पल भी जांच के लिए भेजने की कार्रवाई में लगा है। इस संक्रमण के फरीदाबाद प्रवेश ने फरीदाबाद वासियों को सचेत रहने के संकेत दिए हैं। कोरोना की दूसरी लहर के ढीले पड़ने पर जो लोग बाज़ारों , मॉल , होटल या इधर उधर घूमने निकल रहे हैं उन्हें अधिक सचेत रहना चाहिये। अधिक भीड़ भाड़ कोरोना की तीसरी लहर को निमंत्रण देने में खतरनाक साबित होगी। लोगों को भीड़भाड़ से बचना चाहिये तथा किसी भी हालत में बिना मास्क के घर से बाहर नहीं निकलना चाहिये।
फरीदाबाद के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ रणदीप सिंह पूनिया का कहना है कि डेल्टा प्लस संक्रमण मिलने के बाद ज़िले के लोगों को अधिक सतर्क रहना चाहिए। ये वेरिएंट बहुत तेज़ी से फैलता है। लोगों को कोरोना नियमों का पालन करना चाहिए। कोरोना का डेल्टा प्लस संक्रमण हरियाणा के अलावा महाराष्ट्र , उतर प्रदेश , केरल , मध्य प्रदेश , आँध्रप्रदेश , राजस्थान , कर्नाटक एवं तमिलनाडु सहित 11 राज्यों में 50 मामले सामने आ चुके हैं।